Thursday, November 17, 2016

सिरफिरे जज़बात ।

सिरफिरे  जज़बातों को, सिर पर  बिठा कर  क्या  मिला ?

ना  मिला  प्यार , न  यार, न  रिश्ता, ना ज़रा सा क़रार...!


सिरफिरे = सनकी;

मार्कण्ड दवे । दिनांकः १४ जून २०१६.


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