नेता है तो देश है..!!
(courtesy Google Images)
नेता नेता क्या करता है, नेता है तो देश है..!!
छद्म छलावा, रूप निराला,क्यों करता अंदेश* है? (संदेह)*
क्यों करता अंदेश* है? मौज उड़ा ले,जश्न मना ले,
नानी तेरी मर गई क्या, फटीं हुई क्यों ड्रेस है?
नेता नेता क्या करता है, नेता है तो देश है..!!
फटीं हुई क्यों ड्रेस है,साड़ी पहन,खादी पहन,
नहीं तो तु, बर्बादी पहन, तेरे नाम संदेश है..!!
नेता नेता क्या करता है, नेता है तो देश है..!!
तेरे नाम संदेश है , गांधी बेचा, नेहरू बेचा,
तु बाक़ी है, तु भी आजा, क़ीमत राशि कैश है..!!
नेता नेता क्या करता है, नेता है तो देश है..!!
क़ीमत राशि कैश है,बिका नहीं तो,रह जायेगा,
जो मिले अमृत बराबर, किस्मत तेरी ऐश है..!!
नेता नेता क्या करता है, नेता है तो देश है..!!
किस्मत तेरी ऐश है,कल बिका तो ज़हर बराबर,
देख ले अपनी ओर ज़रा, लगता तु दरवेश है..!!
नेता नेता क्या करता है, नेता है तो देश है..!!
देख ले अपनी ओर ज़रा, लगता तु दरवेश है..!!
नेता नेता क्या करता है, नेता है तो देश है..!!
लगता तु दरवेश है, भूखों मरेगा,कष्ट सहेगा,
मस्त हो जा, भ्रष्ट हो जा, हमें देता क्यों ठेस है..!!
नेता नेता क्या करता है, नेता है तो देश है..!!
छद्म छलावा, रूप निराला, करता क्यों अंदेश* है? (संदेह)*
मस्त हो जा, भ्रष्ट हो जा, हमें देता क्यों ठेस है..!!
नेता नेता क्या करता है, नेता है तो देश है..!!
छद्म छलावा, रूप निराला, करता क्यों अंदेश* है? (संदेह)*
मार्कण्ड दवे । दिनांक-२५-०४-२०११.
लाजवाब।
ReplyDeleteआशा ने कहा…
ReplyDeleteसटीक पोस्ट |बधाई
आशा
२६ अप्रैल २०११ ६:०८ पूर्वाह्न
Kunal Verma ने कहा…
ReplyDeleteबेहद खूबसूरत पोस्ट
२६ अप्रैल २०११ ६:४५ पूर्वाह्न
रवीन्द्र चौहान says:
ReplyDelete२६ अप्रैल २०११ १२:५७ पूर्वाह्न
अच्छी कविता लिखी है , आभार
bahut sarthak rachna .badhai .
ReplyDeletevishwajeetsingh said...
ReplyDeleteकिसी समय नेता शब्द बहुत सम्मानजनक होता था , गर्व से कहा जाता था नेताजी सुभाष चन्द्र बोस । और आज नेताओं के कुकृत्यों के कारण किसी को नेता कहने का अर्थ हो गया गाली देना ।
सुन्दर अभिव्यक्ति ...... आभार ।
www.vishwajeetsingh1008.blogspot.com
26/4/11 12:42 AM
पता नहीं लेकीन पहले नेता कोई बन्ने के लीई तैयार होता नहीं था आज उलटा पुल्टा हो गया है, हम नेताका नाम सुनकर अपने नाक की नोंक चढ़ा लेते है !
ReplyDeleteअच्छी रचना !
ओशो रजनीश says:
ReplyDelete२७ अप्रैल २०११ १:३४ पूर्वाह्न
क़ीमत राशि कैश है,बिका नहीं तो,रह जायेगा,
जो मिले अमृत बराबर,किस्मत तेरी ऐश है..!!
नेता नेता क्या करता है, नेता है तो देश है..!!
सही बात
अतिसुंदर, आपका आलेख पसंद आया, शुक्रिया
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