Wednesday, November 23, 2011

अश्क या शराब ? (गीत ।)



(सौजन्य-गूगल)
अश्क  या  शराब ? (गीत ।)



अश्क   या   शराब,  कौन   अच्छा  है ?

नशे  का  नक़ाब, फिर भी अच्छा  है..!! 


(अश्क=आंसु)



अंतरा-१.


दर्द  का  दरिया, तट  को टपता है..!!

ग़श  का आलम, तब तो अच्छा है..!!

नशे  का नक़ाब,फिर भी अच्छा है..!!

(ग़श=बेहोशी)


अंतरा-२.


अवन    पर   हँसने   वालें   सुन   लें..!!

सिसकता   मजनू, सब से   सच्चा  है..!!

नशे  का  नक़ाब,  फिर भी  अच्छा  है..!!

(अवन=प्यार)


अंतरा-३.



इतर - संगदिल, क्या  न  सुना  हमनें..!!

बेवज़ूद    होना,   अब   तो   अच्छा  है..!!

नशे  का   नक़ाब, फिर  भी  अच्छा  है..!!

(इतर= पतितआवारा ;  बेवज़ूद=अस्तित्व विहीन)


अंतरा-४.


कब   तक   जीयें,  यूँ   नकाब  ओढ़े..!!

क़ब्र  में   छिपना, सब  से  अच्छा  है ?

नशे   का  नक़ाब, फिर भी अच्छा  है..!!


अश्क    या    शराब,  कौन   अच्छा  है ?

नशे  का   नक़ाब, फिर  भी अच्छा  है..!! 



मार्कण्ड दवे । दिनांक-२३-११-२०११.

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