Wednesday, May 14, 2014

HINDI SONG- SHAM `शाम । (गीत)`
























HINDI SONG- SHAM `शाम । (गीत)`

इज़हार-ए-इश्क  बिना  शाम  हो गई..!
हसरतों की  जैसे  कत्लेआम  हो गई..!

इज़हार-ए-इश्क = प्यार की अभिव्यक्ति;
हसरत=अभिलाषा;


१.

निगाहों में  प्यार, ज़ुबान से  इनकार ?
रुसवाईयाँ   शायद, बेलगाम  हो गई..!
इज़हार-ए-इश्क  बिना  शाम  हो गई..!

२.

लरजते लबों ने कह दिया था  सबकुछ ?
और  खामोशी, मुफ्त  बदनाम  हो गई..!
इज़हार-ए-इश्क   बिना   शाम  हो गई..!

लरजना-काँपना; लब=होंठ;


३.

बेबस हैं वो तो, मजबूर  इधर हम भी?
सिसकीयाँ ये कैसी, खुलेआम हो गई..!
इज़हार-ए-इश्क  बिना  शाम  हो गई..!

सिसकी=रोने का शब्द;

४.

न  रस्में, न कसमें, न वश में  हमारे..!
ये जिंदगी बस जैसे, इलज़ाम हो गई..!
इज़हार-ए-इश्क  बिना शाम  हो गई..!

रस्म- विधि;

मार्कण्ड दवे ।

दिनांकः १४-०५-२०१४.


No comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.

Ratings and Recommendations by outbrain

Followers

SpellGuru : SpellChecker & Editor For Hindi​​



SPELL GURU