Tuesday, May 3, 2011

मौत की आहट (गज़लनुमा गीत)

मौत की आहट (गज़लनुमा गीत)
(सौजन्य-गूगल)

=================

प्यारे दोस्तों,
 

मैं आज भी संगीत जगत में एक शिष्य  हूँ, अतः बड़े ही विनम्र भाव से, मैं  मेरी एक गज़लनुमा गीत-रचना, मेरे ही स्वरांकन-संगीतबद्ध करके पेश कर रहा हूँ । 

इस गीत में, उम्र के चलते, मेरे गायन का रियाज़ कम होने की वजह से, गायकी में, अगर कोई कमी महसूस हो तो कृपया मुझे क्षमा करना ।  

गीतकार-स्वरांकन-संगीत-गायक-मार्कंड दवे ।
 

स्वरायोजन-प्रसुन चौधरी.

=================
मौत की आहट (गज़लनुमा गीत)




DOWNLOAD LINK-

http://www.4shared.com/audio/Z30y-312/maut_ki_aahat.html

=================

हर  साँस  मे  मौत की आहट सुनाई देती  है ।
ज़िंदगी अब तो  गिन-गिन के बदला लेती है ।
 
१.
 
ज़िंदगी   जीने  मे  जो  माहिर  माने  जाते  थे ।
उनको अब जीने की रीत देखो सिखाई जाती है ।
हर साँस मे ...................
 
२.
 
बेआबरु न हो कोई, मैं तो खामोश रहता था ।
कहानी मेरी ही अब मुझ को सुनाई जाती है ।
हर साँस मे ...................

३.
 
मुआफ़  करना  गुस्ताख़ी  अगर  हो  कोई ।
आखरी ख़्वाहिश सभी से तो पूछी जाती है ।
हर साँस मे ...................

मार्कड दवे ।  मई -२३.२००९.

5 comments:

  1. बहुत ही अच्छा स्वर और गायन है.

    ReplyDelete
  2. मार्कंडजी,

    आपका आवाज /स्वर तरजुबेवाला पाया गया! हां,नीचे (low) स्वरमें थोड़ा कमी महेसुस हुई लेकिन जो आपने गाया है और साथ में संगीतबध्ध किया है वह दोनों मेरे को बहुत पसंद आया !

    धन्यवाद !

    ReplyDelete
  3. प्रिय अशोकजी,

    जो गीतकार-कम्पोझर-संगीतकार होते हैं,वे ज्यादातर गाना भी जानते होते हैं,पर व्यवसायिक गायक नहीं होते । मैं भी गाना जानता हूँ,पर दूसरे प्रोफेशनल सिंगर को धून समझाने जितना ही गा सकता हूँ । हर गीत का पहले पाइलॉट ट्रेक तैयार होता है, बाद में असली गायक का रिकॉर्डिंग होता है।

    फिरभी आपको मेरा गीत अच्छा लगा आपका बहुत शुक्रिया ।

    ॰ सुश्रीअल्पनाजी,आपका भी बहुत-बहुत धन्यवाद।

    मार्कण्ड दवे।

    ReplyDelete
  4. बहुत ही सुन्दर लगी आपकी रचना। आपकी आवाज़ में सुनकर और भी अच्छा लगा। कहते हैं - " जो लोग अच्छा गाते हैं वे बहुत ही निर्मल मन वाले भी होते हैं "

    ReplyDelete
  5. मेरी प्यारी बहना सुश्रीदिव्याजी,(झीलजी)

    "जो खुद निर्मल मन के होते हैं,वही अच्छे गीत का आनंद उठा पाते हैं", आप भी बड़े उम्दा स्वभाव की धनी है । अब अपनी बहन से कोई शुक्रिया कहता है भला..!!

    मार्कण्ड दवे।

    ReplyDelete

Note: Only a member of this blog may post a comment.

Ratings and Recommendations by outbrain

Followers

SpellGuru : SpellChecker & Editor For Hindi​​



SPELL GURU