Tuesday, October 4, 2016

रंगीन मिज़ाज ।


रंगीन मिज़ाज  होते हुए भी, हम  भाग लिए  तुम से,

भारी  बू  आने लगी थी  वफ़ा की, दरमियाँ  इश्क में...!


मार्कण्ड दवे । दिनांकः २८ सप्टेम्बर २०१६.


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