Tuesday, October 11, 2016

दुनिया ।


जबसे छोड़ा है, फ़र्क़ महसूस करना, ग़म और ख़ुशी में,

दुनिया और भी, नंगी नज़र आती है, दिल के चश्मे से..!


मार्कण्ड दवे । दिनांकः ०९ अगस्त२०१६.


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