इदी के तौर पर,किसी को पैसे,खिलौने मिले,
गैर मज़हबीओं को, मौत के बिछौने मिले..!
इन बेहूदा मज़हबों में ढूँढ़ा, इक दोस्त मगर,
मिले भी तो,कुछ क़ातिल,वहशी घिनौने मिले...!
इदी = ईद के त्योहार पर दिए जाने वाले तोहफ़े;
गैर मज़हबी = परधर्मी; मौत का बिछौना = मृत्युशैया, मौत;
बेहूदा = संस्कारहीन; वहशी = जंगली; घिनौना = घृणास्पद;
" ये लोग किस तरह के मुसलमान हैं? उन्होंने रमजान की तरावीह (खास नमाज) के
असल संदेश का उल्लंघन किया और लोगों की हत्या की है। आतंकवाद ही उनका धर्म है।"
- शेख हसीना जी, बांग्लादेश । http://goo.gl/qde8UH
मार्कण्ड दवे । दिनांकः ०२ जुलाई २०१६.
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