Wednesday, April 30, 2014

मुनाफा । (गीत)



मुनाफा । (गीत)

होने  पर  मेरे, दर्द   में,  इजाफा  ही  इजाफा  है..!
न होने पर देख, कितना मुनाफा ही  मुनाफा  है..!
 
इजाफा = बढ़ोत्तरी;  मुनाफा = फायदा

१.
है  मुस्कान  गर  होना,  क्या रोना  है, ना  होना ?
न समझा  मैं, समझे ना वो,अजूबा ही अजूबा है..!
होने  पर  मेरे,  दर्द  में,   इजाफा  ही  इजाफा  है..!
 
अजूबा = अचरज;

२.
क्या पाया, क्या खोया, पी कर बेबसी हूँ  जिंदा..!
सँवरता,  बिगड़ता  यहाँ, नसीबा ही  नसीबा  है..!
होने  पर   मेरे,  दर्द  में,   इजाफा  ही  इजाफा  है..!
 
बेबसी = लाचारी;

३.

हाल  वफ़ा का  ऐसा कि, जिंदगी  ख़फ़ा  हो  गई..!
न होने पर समझा कि, ये वज़ीफ़ा ही वज़ीफ़ा  है..!
होने  पर   मेरे,  दर्द  में,   इजाफा  ही  इजाफा  है..!
 
वज़ीफ़ा = उपकार,अनुदान;

४.

टूटते   सितारे   देख,  क्या  मांगु  रब    तुम से ?
जब होना न होना, सिर्फ लतीफ़ा ही लतीफ़ा  है..!
होने पर  मेरे,  दर्द  में,  इजाफा  ही  इजाफा  है..!
 
लतीफ़ा = चुटकुला, मज़ाक;


मार्कण्ड दवे । 
दिनाकः २९-०४-२०१४.








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