Tuesday, December 4, 2012

MAUT KI AAHAT- HINDI GEET BY MARKAND DAVE.





मौत की आहट। (गज़लनुमा गीत)

गीतकार-स्वरांकन-संगीत-गायक-मार्कंड दवे ।

संगीत-स्वरायोजन-प्रसुन चौधरी.


हर  साँस  मे  मौत की आहट सुनाई देती  है ।
ज़िंदगी अब तो  गिन-गिन के बदला लेती है ।
१. 
ज़िंदगी   जीने  मे  जो  माहिर  माने  जाते  थे ।
उनको अब जीने की रीत देखो सिखाई जाती है ।
हर साँस मे ...................
२.
बेआबरु न हो कोई, मैं तो ख़ामोश रहता था ।
कहानी मेरी ही अब मुझ को सुनाई जाती है ।
हर साँस मे ...................

३.
मुआफ़  करना  गुस्ताख़ी  अगर  हो  कोई ।
आखरी ख़्वाहिश, सभी से तो पूछी जाती है ।
हर साँस मे ...................

मार्कड दवे ।

M.K.AUDIO-VIDEO RECORDING STUDIO.
AHMEDABAD-GUJARAT. INDIA. 






5 comments:

  1. आहट है ये मौत की, बुझ सको तो बुझ ।
    जो इसको है बुझ गया, रहा स्वयं से जूझ ।।

    आपकी इस उत्कृष्ट पोस्ट की चर्चा बुधवार (05-12-12) के चर्चा मंच पर भी है | जरूर पधारें |
    सूचनार्थ |

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    Replies
    1. बहुत-बहुत धन्यवाद श्रीप्रदीपजी,

      Delete
  2. जन्म के साथ ही मौत जिंदगी का आखिरी सच है ...बहुत बढ़िया जिंदगी को समझाती प्रस्तुति

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  3. बहुत उम्दा है

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